Sunday, December 16, 2007
आदतें, हमें वह सब कुछ दिला सकती हैं जो हम अपनी जिन्दगी मे पाना चाह्ते हैं।
आदतें दो प्रकार कि होती हैं।
१-अच्छी आदतें
२-बुरी आदतें
हम यहाँ पर केवल अच्छी आदतों के बारे मैं ही बात करेगें। क्यों कि केवल और केवल अच्छी आदतों के साथ ही हम जिन्दगी मैं कामयाब हो सकते हैं। आप यहाँ गौर करना कि आदतें हमें कैसे कामयाबी के शिखर तक पहुँचा सकती हैं। तो परिवर्तन के लिए तैयार हो जाएँ । आप अपने बचपन से अभी तक के समय को याद करें कि कैसे अच्छी और बुरी आदत हमने अपनी जिन्दगी मैं ग्रहण की। अच्छी आदतें तो ठीक परन्तु बुरी आदतों ने हमारे जीवन पर क्या प्रभाव डाला। आप पाएँगे कुछ आदतें हैं जिनसे आप अपने कुछ कामों को पूर्ण और परिष्कृत ढंग से नही कर पाते।
Sunday, June 17, 2007
सिर्फ ज्ञान कि बातें (सेल्स पर आधारित)
ध्यान दीजिए कि यदि आप अपनी सेल्स टीम में शिखर पर नही हैं और आपको समझ नही आ रहा कि आख़िर वह कौन से कारण से जिनके कारण आप शिखर पर नही हैं। तो आपको कुछ सवालों के जवाब अपने आप से पूछने होंगे।
प्र१ : क्या आपको सेल्स करना पसंद है?
प्र२: क्या जिन्दगी मैं आपका कोई लक्ष्य है?
प्र३: क्या आपको लगता हे ,कि आपको सेल्स तकनीक सीखना चाहिए?
यदि उपरोक्त तीनों प्रशनो के उत्तर " हाँ " हैं आप बिल्कुल ठीक जगह पर हैं । अगर आपका उत्तर "नहीं" हैं तो आप जो कर रहे हैं, ठीक कर रहे है। लगे रहिए।
Tuesday, June 5, 2007
अभिप्रेरण (Motivation) व आत्मविश्वास बड़ाने हेतु एक प्रयास
ब्लाग का लाभ सेल्स विभाग से संबंधित सभी व्यवसायी व उद्यमी ले सकते हैं। और वे सभी लोग भी जो किसी व्यक्ती विशेष से बात कराने में झिझक महसूस करते हैं।
आप तैयार हैं ,आपने जीवन मैं परिवर्तन लाने के लिए। तो हम शुरुआत करते है , निम्न लिखित अरस्तु के कथन से।
हम वही बन जाते हैं, जो हम बार -बार करते हैं।
इसलिए उत्कृष्ट्ता कोई कार्य नहीं , बल्कि एक आदत हैं।"
अरस्तु
इस सेल्स बड़ाने के प्रोग्राम के कुल १३ आद्याय है। जिनमें सभी महत्वपूर्ण हैं। उपरोक्त कथानुसार , सफलता का लघु मार्ग ,'किसी सफल प्रोग्राम को दोहराने मैं है', अतः आप इस प्रोग्राम के द्वारा सफल होना चाहाते हैं ,तो आपको इस प्रोग्राम को बार-बार दोहराने की आदत डालें।
Saturday, June 2, 2007
इंश्योरेंस सेल्स बड़ाने हेतु प्रोग्राम
इस प्रोग्राम को मैंने १३ आध्ययों में पूरा समझाने का प्रयास किया हैं। यह आध्याय इस प्रकार हैं:-
- उत्साह , सकारात्मक मानसिक नज़रिया ।
- स्वयं का अनुशासन,नए विचारों को आपनाने की चुनोती ।
- निश्चित लक्ष्य, एक मील ज्यादा आगे तक जाने की आदत, दूसरों की रुचियों के विषय में सोंचें ।
- सवाल पूछना।
- मुख्य बिन्दु ।
- सुनाने की ताक़त ।
- सामने वाले में गमभीरता से विश्वास जगाएं ।
- अपने विषय का ज्ञान ।
- सामने वाले की तारीफ करना।
- ख़ुशी व मुस्कराना।
- चेहरे व नाम याद रखना।
- तलाश रखना व सेवा ।
- एक्शन : सेल को क्लोज़ करना।
उपरोक्त १३ अध्यायों में से हर अध्याय को एक सप्ताह तक प्रेक्टिस करना हैं। इन अध्यायों को विस्तार से समझने हेतु ई -मेल से सम्पर्क करें।
sumitkbpl@gmail.com